बेमेतरा टेकेश्वर दुबे : छत्तीसगढ़ राज्य गठन के समय वर्ष 2000 में बेमेतरा जिले की तस्वीर कुछ अलग थी। गर्मी के मौसम में हैंडपंपों के आसपास भीड़ लगना, पानी के लिए कतारें लगाना और दूर-दूर से मटके में पानी लाना ग्रामीण जीवन का हिस्सा था। परंतु आज, वर्ष 2025 में तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है।राज्य सरकार की सतत प्रयासों, जल जीवन मिशन, नलजल योजना, सोलर ड्यूल पंप योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं और स्थानीय प्रशासन की दृढ़ कार्यवाही के परिणामस्वरूप घर-घर नल से जल पहुँचने लगा है। अब न नालों की चिंता है, न टैंकरों की प्रतीक्षा — बेमेतरा ने सचमुच “हर घर जल” का सपना साकार किया है।
हैण्डपंप योजना – गाँव-गाँव तक पहुँचा भरोसेमंद जल स्रोत
राज्य गठन के समय वर्ष 2000 में बेमेतरा जिले में मात्र 3,857 हैण्डपंप एवं सिंगल फेस पॉवर पंप स्थापित थे। सरकार के निरंतर प्रयासों से वर्ष 2025 में यह संख्या बढ़कर 7,139 हो गई है। यानी कि कुल 3,282 नये हैण्डपंप एवं पॉवर पंप जोड़े गए हैं। इनसे जिले के 688 ग्रामों में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे ग्रामीणों को लंबे समय तक स्वच्छ पेयजल सुलभ हो सका है। यह विस्तार केवल संख्या में वृद्धि नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन में स्थायित्व और सुरक्षा का प्रतीक है।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - कलमवीर अब दस्यु सरदार बन गए
नलजल योजना – हर घर तक पाइपलाइन से स्वच्छ जल आपूर्ति
वर्ष 2000 में जिले में सिर्फ 32 नलजल योजनाएँ संचालित थीं। आज, वर्ष 2025 में यह संख्या 127 योजनाओं तक पहुँच गई है, यानी 95 नई नलजल योजनाएँ आरंभ की गई हैं। इन योजनाओं के माध्यम से 127 ग्रामों के ग्रामीणों को 32,278 घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।अब हर घर में पाइपलाइन के जरिये स्वच्छ जल पहुँच रहा है। इससे महिलाओं और बच्चों को पानी लाने की दैनिक परेशानी से राहत मिली है तथा स्वास्थ्य में भी सुधार देखा गया है।
सोलर ड्यूल पंप योजना – विद्युत विहीन ग्रामों में सौर ऊर्जा से जल आपूर्ति
राज्य गठन के समय जिले में सोलर ड्यूल पंप योजना का अस्तित्व नहीं था, परंतु वर्ष 2025 तक 142 सोलर ड्यूल पंप स्थापित किए जा चुके हैं। जहाँ बिजली की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहाँ सौर ऊर्जा आधारित पंपों के माध्यम से ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। यह कदम नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
एकल ग्राम जल योजना – जल जीवन मिशन से हर घर तक नल
जल जीवन मिशन के अंतर्गत 2000 में कोई योजना स्वीकृत नहीं थी, परंतु 2025 तक 719 योजनाएँ स्वीकृत की जा चुकी हैं। इनमें से 378 योजनाएँ पूर्ण होकर 1,34,010 घरों में नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। अब तक 251 ग्राम ‘हर घर जल रिर्पोटेड’ और 206 ग्राम ‘हर घर जल प्रमाणित’ घोषित किए जा चुके हैं।
शेष योजनाओं पर कार्य तेज़ी से जारी है। यह अभियान ग्रामीण जीवन में स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुविधा का नया अध्याय लिख रहा है।
समूह जल प्रदाय योजना – कई ग्रामों के लिए एक साझा समाधान
वर्ष 2000 में समूह जल प्रदाय योजना स्वीकृत नहीं थी। वर्ष 2014 में पहली बार 3 समूह जल प्रदाय योजनाएँ स्वीकृत की गईं | बेमेतरा समूह (57 ग्राम), नवागढ़ समूह (54 ग्राम) और साजा समूह (42 ग्राम)। इन योजनाओं से 153 ग्रामों के परिवारों को जल आपूर्ति सुनिश्चित की गई।वर्ष 2025 में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 3 नई समूह जल प्रदाय योजनाएँ अमलडीहा, कुम्हीगुड़ा और खम्हरिया समूह स्वीकृत की गई हैं, जिनमें 219 ग्राम सम्मिलित हैं। इनमें अमलडीहा योजना 36%, कुम्हीगुड़ा 70% और खम्हरिया 49% तक पूर्ण हो चुकी है। पूरा होने पर नवागढ़ और साजा ब्लॉक के सैकड़ों परिवारों को शुद्ध पेयजल का लाभ मिलेगा।
घरेलू नल कनेक्शन – हर घर तक पानी की सुविधा
वर्ष 2000 में जिले में कोई घरेलू नल कनेक्शन नहीं था, जबकि 2025 तक 1,54,836 ग्रामीण हितग्राही परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं।
अब हर घर में पाइपलाइन से जल पहुँच रहा है — “हर घर नल, हर घर जल” की अवधारणा साकार हो रही है।
25 वर्षों की जल क्रांति – आँकड़ों में प्रगति
योजना वर्ष 2000 वर्ष 2025 वृद्धि / उपलब्धि, हैण्डपंप योजना 3,857 7,139 +3,282 हैण्डपंप, नलजल योजना 32 127 +95 नई योजनाएँ, सोलर ड्यूल पंप नहीं थी 142 स्थापित विद्युत विहीन ग्रामों को लाभ, एकल ग्राम योजना (JJM) नहीं थी 719 में से 378 पूर्ण 1,34,010 नल कनेक्शन, समूह जल प्रदाय योजना नहीं थी 6 (3 पूर्ण, 3 प्रगतिरत) 372 ग्राम लाभान्वित, घरेलू नल कनेक्शन नहीं थे 1,54,836 पेयजल घर-घर |
निष्कर्ष – पानी से सजीव हुआ बेमेतरा
बेमेतरा जिले ने पिछले 25 वर्षों में जल प्रबंधन, तकनीकी नवाचार और योजनाबद्ध कार्यान्वयन का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। जहाँ कभी पानी के लिए संघर्ष था, वहीं आज घर-घर नल से स्वच्छ जल पहुँच रहा है। सरकार की योजनाओं और प्रशासनिक टीम के सामूहिक प्रयासों से बेमेतरा ने “जल आत्मनिर्भरता” की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है | अब न आँखे डबडब, न कतार — सरकार की योजनाओं से हर घर में बह रही है जीवन की धार।

Comments