बिहार : बिहार चुनाव में लालू परिवार के बीच कलह खुलकर सामने आ गई है. परिवार और पार्टी से बेदखल होने के बाद तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के खिलाफ बगावती तेवर अपनाए हुए हैं. उन्होंने नई पार्टी बनाकर चुनाव में उम्मीदवार उतार रहे हैं, लेकिन अब आरजेडी ने तेज प्रताप यादव पर पलटवार किया है.
पत्नी ऐश्वर्या से अलगाव के बाद लालू परिवार पूरी तरह से तेज प्रताप यादव के साथ खड़ा था, लेकिन अब तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप यादव के खिलाफ अब एक बड़ा राजनीतिक दांव चला है. आरजेडी ने तेज प्रताप यादव की चचेरी साली डॉ करिश्मा राय को परसा विधानसभा सीट से टिकट देकर राजनीतिक ‘खेल’ कर दिया है.
साल 2020 से तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के बीच विवाद चल रहा है. उस विवाद में लालू परिवार तेज प्रताप यादव के साथ पूरी तरह से खड़ा था. इसी वजह से ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय ने राजद से नाता तोड़ दिया था.
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लेकिन 2025 के विधानसभा में स्थिति बदल गई है. अब तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के खिलाफ तकरार मची हुई है. ऐसे में तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप की चचेरी साली डॉ करिश्मा राय को सारण जिले की परसा सीट से उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है. तेजस्वी यादव के ऐलान से पूरा सियासी समीकरण बदल गया है. पेशे से डेंटिस्ट करिश्मा राय, बिहार के पूर्व सीएम दरोगा राय की पोती हैं और तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय की चचेरी बहन है.
चंद्रिका राय को जदयू से नहीं मिला टिकट
दूसरी ओर, परसा सीट पर जदयू ने चंद्रिका राय के साथ खेल कर दिया है. जदयू ने ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय का परसा विधानसभा सीट से टिकट काट दिया है.जदयू में हाल ही में राजद से शामिल हुए छोटेलाल राय को परसा से कैंडिडेट बनाया गया है. छोटेलाल राय परसा विधानसभा सीट से राजद के वर्तमान विधायक हैं. उन्होंने पिछले चुनाव में चंद्रिका राय को 17,000 मतों से पराजित किया था.
करिश्मा राय के जरिए तेजस्वी ने खेला दांव
तेजस्वी यादव ने डॉ करिश्मा राय को उम्मीदवार बनाकर परसा सीट पर एक तीर से कई निशान साधे हैं. तेजस्वी यादव ने चंद्रिका राय का खेल पूरी तरह से बिगाड़ दिया है. चंद्रिका राय का जदयू से टिकट कटने के बाद किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और अपनी बेटी को विक्टिम दिखाकर सहानुभूति का वोट पाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, तेजस्वी यादव ने उनके परिवार से ही करिश्मा राय को उतारकर उनका सियासी खेल बिगाड़ दिया है.
तेजस्वी ने तेज प्रताप को दिया संदेश
वहीं, एक साथ तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव को भी संदेश दे दिया है. तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप यादव को यह संदेश दिया है कि राष्ट्रीय जनता दल अब उन लोगों से दूरी बनाकर नहीं रखेगा, जिनसे उनके निजी विवाद की वजह से साल 2020 में दूरी बनाई गई थी.
तेजस्वी यादव ने इसी वजह से करिश्मा राय को राय को टिकट दिया है. ऐसे में जब चुनाव प्रचार के दौरान भतीजी करिश्मा राय अपने चाचा चंद्रिका राय के पास जीत के लिए आशीर्वाद लेने पहुंचेंगी, तो वह उन्हें मना नहीं कर पाएंगे. ऐसे में करिश्मा राय को पारिवारिक समर्थन मिल जाएगा.
परसा सीट पर क्या है जातीय समीकरण
परसा विधानसभा सीट में जातिगत समीकरण चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं. इस सीट पर यादव, मुस्लिम, कुशवाहा एवं दलित मतदाताओं की बड़ी संख्या है और वे चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं.
राजद की अपने परंपरागत यादव और मुस्लिम (M-Y) वोटबैंक पर मजबूत पकड़ रही है, जबकि कुशवाहा एवं सवर्ण वर्ग पर बीजेपी और जेडीयू की पकड़ मानी जा रही है. हिंदू-बहुल परसा विधानसभा सीट पर 10-12 फीसदी मुस्लिम आबादी चुनावों में बहुत ही अहम भूमिका निभाती है. इस विधानसभा सीट पर यादवों की संख्या सबसे अधिक है,
उसके बाद कुशवाहा, दलित और अन्य पिछड़े वर्ग के मतदाता हैं.
जानें कौन हैं करिश्मा राय
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय के चंद्रिका राय और विधानचंद्र राय बेटे हैं.करिश्मा राय चंद्रिका राय के बड़े भाई विधानचंद्र राय की बेटी हैं. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय की वह बड़ी बहन हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले करिश्मा राय को तेजस्वी यादव ने आरजेडी में शामिल कराया था. पेशे से डेंटिस्ट करिश्मा राय ने राजद में शामिल होने पर तेजस्वी यादव के बड़े भाई और अपने जीजा तेज प्रताप को बिहार का सबसे प्यारा नेता करार दिया था.
करिश्मा ने कहा था कि ऐश्वर्या राय की शादी से पहले ही लालू याद के परिवार से उनका करीबी रिश्ता रहा है. उनके पिता विधानचंद्र राय और लालू प्रसाद यादव कॉलेज के दिनों से ही अच्छे दोस्त रहे हैं.
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