एक क्लिक ने बदल दी किसान की किस्मत!इस धान की खेती से कमाएं पांच गुना ज्यादा मुनाफा.. 

एक क्लिक ने बदल दी किसान की किस्मत!इस धान की खेती से कमाएं पांच गुना ज्यादा मुनाफा.. 

पलामू (झारखंड): एक क्लिक ने किसान की किस्मत बदल दी! झारखंड के पलामू जिले के एक किसान ने यूट्यूब से मिली जानकारी के दम पर ऐसी खेती शुरू की, जिसने उन्हें लखपति बना दिया। यह कहानी है पंडवा प्रखंड के लामी पतरा गांव के किसान ओमकार नाथ की, जिन्होंने “काला नमक किरण” नामक विशेष किस्म के धान की खेती कर खेती की दुनिया में नई मिसाल कायम कर दी है।

“काला नमक किरण” कोई आम धान नहीं है। यह वही ऐतिहासिक ‘काला नमक धान’ की आधुनिक किस्म है, जिसका इतिहास गौतम बुद्ध के समय से जुड़ा है। उत्तर प्रदेश के वैज्ञानिकों ने लगभग 24 साल के शोध के बाद इसे विकसित किया है। यह धान “प्रकाश अवध संवेदी प्रजाति” का है, जो कम पानी में भी लहलहाता है और पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

ओमकार नाथ पिछले 20 वर्षों से खेती कर रहे हैं, लेकिन बीते 5–6 सालों से उन्होंने रासायनिक खादों को पूरी तरह छोड़कर ऑर्गेनिक खेती को अपनाया है। वे अपने खेतों में जीवामृत, घन जीवामृत और वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल करते हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और फसल का स्वाद व पोषकता भी बेहतर होती है।

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10 हजार की लागत में 5 गुना मुनाफा

किसान ओमकार बताते हैं कि “काला नमक किरण” की खेती में प्रति एकड़ करीब 10 से 12 हजार रुपये की लागत आती है। वहीं, फसल तैयार होने पर पांच गुना तक मुनाफा होता है। यह धान सामान्य फसलों की तुलना में 10–15 दिन देर से पकता है, लेकिन उपज और दाम दोनों ही शानदार हैं।

बाजार में सबसे महंगा धान: बासमती से भी दुगना दाम

जहां सामान्य बासमती चावल 70–80 रुपये किलो बिकता है, वहीं “काला नमक किरण” की कीमत 150 से 200 रुपये किलो तक पहुंच जाती है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Amazon पर इसका मूल्य 300 रुपये किलो तक है। इसके सुगंध, स्वाद और औषधीय गुणों ने इसे उपभोक्ताओं में तेजी से लोकप्रिय बना दिया है।

यूट्यूब बना गुरु, किसान बने मिसाल

ओमकार नाथ का कहना है कि आज सोशल मीडिया, खासकर यूट्यूब, गांवों के किसानों के लिए नई तकनीक सीखने का सबसे आसान माध्यम बन गया है। उन्होंने भी खेती के आधुनिक तरीके वहीं से सीखे और अब अपने अनुभव से आसपास के किसानों को भी इस धान की खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

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अब बड़े पैमाने पर खेती का विस्तार

अब ओमकार नाथ का लक्ष्य है कि आने वाले सालों में ‘काला नमक किरण’ की खेती को बड़े पैमाने पर फैलाया जाए, ताकि अधिक से अधिक किसान इससे जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनें। इच्छुक किसान उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं — मोबाइल: 70049 71047।

बहरहाल पलामू के इस किसान की कहानी साबित करती है कि अगर तकनीक और परंपरा को मिलाया जाए, तो खेती भी सुनहरी भविष्य की राह खोल सकती है। “काला नमक किरण” धान न केवल मुनाफे का साधन है, बल्कि यह भारत की प्राचीन कृषि विरासत और आधुनिक नवाचार का सुंदर संगम है।








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