हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी मनाई जाती है। यह पर्व भगवान कृष्ण और गौमाता को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार लीलाधारी भगवान कृष्ण और गौ माता की पूजा की जाती है। पूजा के समय गौमाता और गाय के बछड़ों को सजाया जाता है।
सनातन शास्त्रों में निहित है कि स्वर्ग नरेश इंद्र के अहंकार को तोड़ने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया था। इस मुद्रा में भगवान कृष्ण सात दिनों तक रह गए थे। वहीं, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर स्वर्ग नरेश ने हार स्वीकार कर ली थी। आइए, गोपाष्टमी की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और योग जानते हैं-
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गोपाष्टमी 2025 तिथि और मुहूर्त
पंचाग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 30 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 06 मिनट पर होगा। इस प्रकार गोपाष्टमी का पर्व 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
गोपाष्टमी 2025 शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर रवि और शिववास योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन योग में भगवान कृष्ण और गौमाता की पूजा करने से घर की हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आएगी।
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