नई दिल्ली : भले ही टाइप 2 डायबिटीज होने का कोई एक कारण नहीं होता, लेकिन हमारी रोजमर्रा की आदतें या लाइफस्टाइल इसके जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं। आखिर हम रोजाना ऐसा क्या करते हैं जिससे इसकी आशंका बढ़ती है। हम आर्टिकल में ऐसी ही आदतों और उनसे बचने के तरीकों के बारे में जानेंगे।
ये आदतें बढ़ाती हैं जोखिम
दिनभर बैठे रहना: अगर आप दिनभर सोफे या काउच में बैठे रहने का काम करते हैं तो इससे आपको मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इससे आपके शरीर के ब्लड शुगर को हैंडल करने की क्षमता प्रभावित होती है। ऐसे में आप किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते तो खतरा और भी बढ़ जाता है।
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भागते-दौड़ते या जल्दबाजी में खाना: ऐसा करना आसान और वक्त की बचत लग सकता है लेकिन आपकी पूरी सेहत पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। खासकर अगर आप घर पर ब्रेकफास्ट न करके फास्टफूड से अपना पेट भरते हैं तो ज्यादा कैलोरी लेने का खतरा बढ़ता है।
खाना टालना: अगर आप दिन में अपने सारे मील नहीं लेते तो यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। ऐसा करने से आप ओवरईटिंग के शिकार हो जाते हैं या फिर बिना सोचे-समझे अनहेल्दी स्नैकिंग करते हैं।
पूरी नींद नहीं लेते: अच्छी तरह नींद नहीं लेने से इंसुलिन को लेकर आपकी बॉडी की प्रतिक्रिया प्रभावित होती है। हर रात छह घंटे से भी कम की नींद लेने वाले लोगों में डायबिटीज, हार्ट डिजीज और मोटापे का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
तनाव को करते हैं नजरअंदाज: रोजमर्रा में थोड़ा बहुत तनाव तो हर किसी को होता है लेकिन जरूरत से अधिक स्ट्रेस कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा देता है। इसका असर आपकी भूख, ब्लड शुगर और सोने के पैटर्न पर पड़ता है। तनाव में व्यक्ति बहुत ज्यादा खाने लगता है या फिर उसकी भूख खत्म हो जाती है।
ऐसे कर सकते हैं बचाव



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