परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद : प्रदेशभर के किसानों के लिए इस बार एग्रीस्टेक किसान पंजीयन प्रक्रिया किसी सिरदर्द से कम नहीं साबित हो रही है। बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक जनक ध्रुव ने किसानों की परेशानी को गंभीरता से उठाते हुए कहा है कि एग्रीस्टेक किसान पोर्टल में लगातार आ रही तकनीकी गड़बड़ियों के कारण किसानों का पंजीयन अटक गया है।
विधायक जनक ध्रुव ने बताया कि इस समय खेतों में धान की कटाई और मिजाई का काम जोरों पर है, लेकिन इसके बावजूद किसान अपने खेतों का काम छोड़कर बार-बार पटवारी और तहसील कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कई जगहों पर सर्वर डाउन, लॉगिन समस्या और डाटा एरर जैसी दिक्कतों से किसान बेहाल हैं।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - कलमवीर अब दस्यु सरदार बन गए
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए पोर्टल की तकनीकी समस्याओं का तत्काल समाधान करे, ताकि किसान आसानी से अपना पंजीयन कर सकें और आगामी समर्थन मूल्य पर धान बेचने की प्रक्रिया में शामिल हो सकें।
इधर, राज्य सरकार ने किसानों की परेशानी को देखते हुए पंजीयन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर से बढ़ाकर अब 30 नवंबर तक कर दी है। इस निर्णय से किसानों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन तब तक तकनीकी समस्याओं के समाधान की आवश्यकता बनी हुई है।
किसानों का कहना है कि वे दिनभर दफ्तरों के चक्कर लगाने के बावजूद पंजीयन नहीं कर पा रहे हैं, जिससे आगामी धान खरीदी को लेकर चिंता बढ़ गई है।
विधायक जनक ध्रुव ने प्रशासन से मांग की है कि किसान पंजीयन कार्य में पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी किसान को धान विक्रय प्रक्रिया से वंचित न रहना पड़े।



Comments