न्यूयॉर्क : अमेरिका के सबसे अमीर और मशहूर शहर न्यूयॉर्क में एक चुनाव ने लोगों के दिल की धड़कनें बढ़ा दी हैं. वजह कोई आतंकी खतरा या प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि एक मुसलमान नेता का नाम है.जोहरन ममदानी (Zohran Mamdani), 34 साल के इस डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट नेता के मेयर बनने की संभावना ने शहर के रईसों, बिजनेसमैनों और पुराने बाशिंदों के बीच खलबली मचा दी है. एक सर्वे के मुताबिक, अगर ममदानी चुनाव जीतते हैं तो करीब 10 लाख लोग न्यूयॉर्क छोड़ने की तैयारी में हैं. अगर ऐसा हुआ तो यह दुनिया का सबसे बड़ा पलायन होगा.
ममदानी भारतीय मूल के मुस्लिम अमेरिकी हैं. उनके पिता फिल्ममेकर मीर ममदानी और मां लेखिका मीरा नायर हैं. वो न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य हैं और अब मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी छवि एक 'डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट' यानी समाजवादी विचारों वाले नेता की है. वे फ्री हेल्थ, रेंट फ्रीज और अमीरों पर अधिक टैक्स लगाने जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन इन्हीं मुद्दों ने उन्हें कुछ लोगों के लिए हीरो और बाकी के लिए 'खतरा' बना दिया है.
सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे
डेली मेल के लिए JL Partners ने एक सर्वे किया, जिसके नतीजे चौंकाने वाले थे. 85 लाख की आबादी वाले न्यूयॉर्क में से 9% लोग यानी करीब 7.65 लाख लोगों ने कहा कि अगर ममदानी जीते तो वे जरूर शहर छोड़ देंगे. 25% यानी करीब 21 लाख लोगों ने कहा कि वे शहर छोड़ने पर विचार करेंगे. यानि कुल मिलाकर लगभग 30 लाख लोग न्यूयॉर्क से बाहर जाने पर विचार कर रहे हैं. अगर यह सच हुआ तो यह वॉशिंगटन डीसी, लास वेगास या सिएटल जैसे पूरे शहर के बराबर की आबादी का पलायन होगा.
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क्यों डर रहे हैं लोग?
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि अगर ममदानी चार साल तक न्यूयॉर्क के मेयर रहे तो शहर कैसा होगा? वोट न देने वाले लोगों ने जवाब दिया, आपदा, नरक जैसा. अराजकता फैल जाएगी, पूरा शहर बर्बाद हो जाएगा. जबकि ममदानी समर्थकों ने कहा, वे बेहतर हैं. लोगों की जिंदगी सुधरेगी और उम्मीदें मिलेंगी. यानी शहर दो हिस्सों में बंट गया है. एक तरफ वे लोग जो उन्हें नई उम्मीद मानते हैं, और दूसरी तरफ वो लोग जो उन्हें अर्थव्यवस्था के लिए खतरा समझते हैं.
सबसे ज्यादा डर अमीरों को क्यों लग रहा है?
सर्वे के मुताबिक, 7% लोग जिनकी सालाना इनकम 2.5 लाख डॉलर से ज्यादा है, वे निश्चित तौर पर न्यूयॉर्क छोड़ने की सोच चुके हैं. याद रहे कि न्यूयॉर्क के टॉप 1% अमीर लोग शहर की आधी टैक्स इनकम भरते हैं. अगर इनमें से बड़ी संख्या में लोग निकल गए, तो शहर की अर्थव्यवस्था हिल जाएगी. एक रियल एस्टेट एजेंट जय बत्रा ने कहा, लोग पहले से अपने अपार्टमेंट बेच रहे हैं. दो हफ्ते पहले मेरे पास 3 से 5 मिलियन डॉलर की प्रॉपर्टी के डील थे, लेकिन क्लाइंट्स ने ममदानी के नाम सुनते ही पीछे हट गए. बत्रा के मुताबिक, रेंट फ्रीज की ममदानी की पॉलिसी से लैंडलॉर्ड्स और इन्वेस्टर्स दोनों घबरा गए हैं.
अमीर लोग कहां जा रहे हैं?
कई अमीर परिवार दक्षिण के राज्यों जैसे कैरोलाइना और फ्लोरिडा की ओर रुख कर रहे हैं. वहां टैक्स कम हैं, प्रॉपर्टी टैक्स भी सस्ते हैं और सरकारें बिजनेस-फ्रेंडली मानी जाती हैं. बोका रैटन (फ्लोरिडा) के मेयर स्कॉट सिंगर ने कहा, हम उन लोगों का स्वागत करेंगे जो न्यूयॉर्क छोड़ना चाहते हैं. यहां टैक्स कम है, सुरक्षा ज्यादा है और बिजनेस का माहौल बेहतर है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर न्यूयॉर्क के हाई-इनकम वाले लोग चले गए तो शहर की फाइनेंशियल रीढ़ टूट जाएगी.
क्या यह सच में इतना बड़ा झटका होगा?
अगर 7 लाख से ज्यादा लोग एक साथ न्यूयॉर्क छोड़ते हैं, तो यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा शहरी पलायन होगा. इतनी बड़ी आबादी का निकलना न सिर्फ न्यूयॉर्क के रियल एस्टेट और टैक्स बेस को झटका देगा, बल्कि पूरे अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर असर डालेगा. सर्वे करने वाले पोलस्टर जेम्स जॉनसन ने कहा, शायद हर कोई नहीं जाएगा, लेकिन डर इतना गहरा है कि लोग पहले से घर बेच रहे हैं, बिजनेस मूव कर रहे हैं. यह मनोवैज्ञानिक झटका है.
कौन हैं जो नहीं डर रहे?
दिलचस्प बात ये है कि यंग जनरेशन (18-29) के लोग सबसे ज्यादा ममदानी के साथ हैं. उनका कहना है कि न्यूयॉर्क को अब एक ऐसे नेता की जरूरत है जो रेंट कंट्रोल, हेल्थकेयर और समानता पर ध्यान दे. उनके लिए ममदानी एक परिवर्तन का प्रतीक हैं. जबकि 50 से 64 वर्ष के लोग सबसे ज्यादा चिंतित हैं . 33% ने कहा कि वे शहर छोड़ने पर विचार करेंगे.
ममदानी के समर्थक क्या कहते हैं?
ममदानी कैंप का कहना है कि ये सारी बातें भय फैलाने की राजनीति हैं. उनका कहना है कि अगर अमीर लोग थोड़ा ज्यादा टैक्स देंगे, तो गरीबों को राहत मिलेगी. जो लोग छोड़कर जा रहे हैं, वे असमानता से भाग रहे हैं, न्यूयॉर्क से नहीं. ममदानी ने हाल ही में कहा था कि हम चाहते हैं कि हर न्यूयॉर्कवासी यहां घर खरीद सके, किराया चुका सके और इज़्जत से जी सके. ये शहर सिर्फ अमीरों के लिए नहीं है.
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ममदानी कितना आगे?
सर्वे के मुताबिक, ममदानी 45% वोटों के साथ आगे हैं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार एंड्रयू कुओमो 31%, रिपब्लिकन के कर्टिस सिल्वा 22% और पूर्व मेयर एरिक एडम्स 1% वोटों के साथ उनसे काफी पीछे हैं. मतलब साफ है कि ममदानी का जीतना तय माना जा रहा है, लेकिन उनके नाम पर ही न्यूयॉर्क की दीवारों में कंपन है.



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