गौठान में 14 मवेशियों की संदिग्ध और रहस्यमय मौत के मामले में  सरपंच गिरफ्तार

गौठान में 14 मवेशियों की संदिग्ध और रहस्यमय मौत के मामले में सरपंच गिरफ्तार

जांजगीर-चांपा :  छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में ग्राम सलखन गौठान में मवेशियों की मौत के गंभीर मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। लगभग एक महीने की जांच के बाद ग्राम पंचायत सलखन के सरपंच रामकृष्ण कश्यप (56 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब गौठान में 14 मवेशियों की संदिग्ध और रहस्यमय मौत के मामले ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया था। पुलिस ने आरोपी सरपंच के खिलाफ BNSS की धारा 170, 126 और 135(3) के तहत मामला दर्ज किया है। इस कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडे के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में पूरी जांच और गिरफ्तारी की गई।

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मामला 6 अक्टूबर 2025 का है। उस दिन ग्राम सलखन गौठान में कई मवेशियों के मृत पाए जाने की सूचना पुलिस को मिली थी। मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करने पर गौठान परिसर के तालाब के पास 14 मवेशी (7 गाय और 7 बैल) मृत अवस्था में पाए गए। इसके अलावा 5 मवेशियों के कंकाल और 3 घायल पशु भी मिले। घायल मवेशियों का उपचार कराया गया और मृत मवेशियों का पंचनामा कर पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार कराई गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि गौठान के पास झटका तार (इलेक्ट्रिक फेंस) लगाया गया था, जिससे कई मवेशियों की मौत हुई। इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए थाना शिवरीनारायण में धारा 325 BNS और 11(1)(क) पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सरपंच रामकृष्ण कश्यप की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया।

जांच में यह पाया गया कि सरपंच की लापरवाही और गलत कार्यवाही के कारण मवेशियों की मौत हुई। इस आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रवीण कुमार द्विवेदी, सउनि रामप्रसाद बघेल (पुलिस सहायता केंद्र राहीद), आरक्षक प्रवीण कुमार साहू और विवेक सिंह की सराहनीय भूमिका रही। इन अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता और तेजी से किए गए कार्यवाही के कारण मामला समय रहते निष्पक्ष रूप से सुलझाया गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी विवेचना की जाएगी और किसी भी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। साथ ही ग्रामीणों को यह चेतावनी दी गई है कि गौठानों और पशु पालन स्थलों में सुरक्षा और सुरक्षा उपकरणों का सही उपयोग किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। इस घटना ने पूरे ग्राम और आसपास के क्षेत्रों में चिंता और आक्रोश पैदा किया है। मवेशियों की इस हताहत घटना ने पशुपालकों और ग्रामीणों में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अब भी मामले से जुड़े अन्य संभावित दोषियों की तलाश में लगी हुई है।









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