राजधानी दिल्ली के लाल किला (रेड फोर्ट) मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार 10 नवम्बर को देर शाम एक जोरदार धमाका होता है, जिसमें करीब 9 लोगों की मौत हो जाती है। इस धमाके में करीब 20 से अधिक लोग घायल भी बताए जा रहे हैं।
धमाका इतना जोरदार था कि आसपास में मौजूद कई कार जलकर राख हो गई।
लाल किला मेट्रो गेट के पास हुआ धमाका इतना जोड़कर और खतरनाक था कि चारों तरफ अफरातफरी मच गई। घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने घटना स्थल का दौरा भी किया। घटना पर सिर्फ अमित शाह ने ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। लाल किला ब्लास्ट में मारे गए लोगों के लाकर कई राजनयिक, विदेशी दूतों और नेताओं ने भी भारत का साथ दिया है और इस दुख की घड़ी में साथ देने का वादा भी किया है। इस मामले पर ट्रंप प्रशासन, इजरायल और जापान का भी बड़ा बयान आया है।
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अमेरिका ने जताया दुख
दिल्ली ब्लास्ट के बाद अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट (गृह मंत्रालय) ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। X पर लिखते हुए उन्होंने कहा 'हमारी संवेदनाएं नई दिल्ली में हुए भयानक विस्फोट से प्रभावित लोगों के साथ हैं'। आगे वो कहते हैं कि 'हम स्थिति पर बारीकी से नजर रखना जारी रखे हुए हैं, जिन लोगों की जान गई उनके परिजनों के साथ है'।
इजराइल ने दिया भारत का साथ
दिल्ली ब्लास्ट के बाद अमेरिका के अलावा, इजरायल के राजदूत ने भी शोक जताया है। उन्होंने X पर लिखे हुए कहा कि 'कार विस्फोट के बाद दिल्ली में दिल दहला देने वाला दृश्य था, कई लोग मारे गए और घायल हुए और पीड़ित परिवारों के साथ हमारी संवेदना है'।
जापान ने X पर जताया दुख
जापान के प्रधानमंत्री के भी दिल्ली ब्लास्ट पर दुख जताया है। उन्होंने X पर लिखते हुए कहा कि 'दिल्ली में हुए विस्फोट में कई अनमोल जानें चली गईं। जापान सरकार और जनता की ओर से मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं'।


