छत्तीसगढ़ में राम गमन पथ के लिए बीते एक साल से तैयार की जा रही भगवान राम की 41 फुट ऊँची प्रतिमा अब मुरैना के शनिश्चरा धाम में स्थापित की जाएगी। मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि निरीक्षण हो जाने के बावजूद अभी तक भुगतान न होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।यह प्रतिमा पहले रायपुर जाने वाली थी।
41 फुट की राम प्रतिमा रायपुर नहीं जाएगी
दरअसल छत्तीसगढ़ में बन रहे राम गमन पथ के लिए भगवान राम की यह विशाल प्रतिमा ग्वालियर में मिनट स्टोन से तैयार की जा रही थी। भगवान राम को वनवासी भेष में दिखाया गया है। प्रतिमा का आकार विशाल होने के साथ-साथ अत्यंत सुंदर और अद्भुत भी है। मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि प्रतिमा का निर्माण लगभग एक साल में किया गया और इसे 10 महीने में तैयार किया गया। प्रतिमा पर करीब 70 लाख रुपये खर्च हुए हैं। वनवासी रूप में भगवान राम को दिखाने के साथ-साथ प्रतिमा में कलाकृति का समृद्ध भंडार भी दिखाया गया है, जिसमें भगवान का स्वरूप और उन्हें पहनाई गई 108 रुद्राक्ष माला शामिल है।
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अब मुरैना में होगी स्थापना
मूर्ति रायपुर भेजी जाने वाली थी और इसके लिए 6 महीने पहले निरीक्षण भी किया जा चुका था। लेकिन ठेकेदार द्वारा भुगतान न किए जाने के कारण अब यह प्रतिमा शनिश्चरा धाम मुरैना में लगाई जाएगी। मूर्ति स्थापित करने के लिए बेस भी तैयार किया जा रहा है। दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि मूर्ति को करीब सात भागों में तैयार किया गया है और 15 से 20 लोगों की टीम ने इसे बारीकी से 10 महीनों में बनाया है। छत्तीसगढ़ में प्रतिमा न जाने का कारण प्रशासनिक लापरवाही है। भविष्य में अगर नई मांग आती है, तो उस समय रायपुर के लिए प्रतिमा तैयार की जाएगी।



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