रायपुर : राजधानी रायपुर के मुजगहन थाना क्षेत्र में मंगलवार को निर्माणाधीन एक इंजीनियरिंग कॉलेज की बिल्डिंग में काम के दौरान एक महिला मजदूर की मौत हो गई। घटना तीसरी मंजिल पर काम करते समय हुई, जिससे पूरे निर्माण स्थल पर अफरातफरी मच गई और सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए। जानकारी के अनुसार, मृतक महिला की पहचान 38 वर्षीय ईश्वरी बाई के रूप में हुई है। वह बेमेतरा जिले की निवासी थीं और रोज की तरह मंगलवार को भी निर्माण स्थल पर काम करने आई थीं। हादसे के समय महिला का पैर फिसला और वह तीसरी मंजिल से नीचे गिर गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें पास के अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक निरीक्षण में यह स्पष्ट हुआ है कि निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिससे यह हादसा संभव हुआ। स्थानीय निवासियों और मजदूरों ने बताया कि निर्माण स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा उपकरण और फेंसिंग नहीं थी। ईश्वरी बाई जैसे मजदूरों को हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट और अन्य सुरक्षा साधनों की कमी में काम करना पड़ रहा था। इससे यह मामला ठेकेदार की लापरवाही और सुरक्षा प्रबंधन की असंगति को उजागर करता है।
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मुजगहन थाना पुलिस ने कहा कि वे मामले की पूरी जांच कर रहे हैं और दुर्घटना में शामिल किसी भी प्रकार की अनियमितताओं का पता लगाया जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया गया है और आवश्यक साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। स्थानीय मजदूर संघ ने इस घटना को लेकर चिंता जताई है और कहा कि निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा के लिए कड़े नियम लागू किए जाने चाहिए। उनका कहना है कि मजदूर अपने जीवन की परवाह किए बिना काम करते हैं और ऐसे हादसे बार-बार सामने आते हैं। उन्होंने प्रशासन और ठेकेदारों से अपील की है कि सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
यह हादसा न केवल मजदूरों के जीवन के लिए खतरा है बल्कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा प्रबंधन की गंभीर कमी को भी दर्शाता है। ईश्वरी बाई के निधन ने उनके परिवार और स्थानीय समाज को शोक में डाल दिया है। पुलिस ने कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस हादसे ने निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी और ठेकेदार की जिम्मेदारी के प्रति सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपकरण, प्रशिक्षित सुरक्षा अधिकारी और नियमों का पालन अनिवार्य है। ईश्वरी बाई के असामयिक निधन ने सभी के लिए चेतावनी दी है कि निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।



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