बीरगंज : भारतीय सीमा से लगे नेपाल के बारा जिले में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी तनाव जारी रहा। सीपीएन-यूएमएल कार्यकर्ताओं के साथ झड़प के एक दिन बाद जेन जी फिर से सड़कों पर उतर आए।ताजा झड़पों में छह पुलिसकर्मी सहित 10 लोग घायल हो गए। हालात को नियंत्रित करने के लिए एक बार फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। प्रदर्शनकारी सुबह 11 बजे से सिमारा चौक पर जमा हो गए।
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बारा में स्थानीय प्रशासन ने जान-माल के संभावित नुकसान को रोकने के लिए दोपहर एक बजे से रात आठ बजे तक कफ्र्यू लगा दिया। हालांकि, प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। उनकी ओर से कफ्र्यू का उल्लंघन करने और आगे बढ़ने पर अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले दागे और दो राउंड हवाई फायरिंग की।प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव भी किया, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि चार जेन जी प्रदर्शनकारियों के भी घायल होने की खबर है।
जेन जी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि बुधवार की झड़प में उनकी शिकायत में नामजद लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 19 नवंबर को हुई झड़प में छह जेन जी प्रदर्शनकारी घायल हुए थे।समूह ने सिमारा चौक पर हुए टकराव को लेकर यूएमएल के छह कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। दरअसल, बुधवार को उस समय तनाव शुरू हुआ जब सीपीएन-यूएमएल नेताओं ने पांच मार्च 2026 को होने वाले चुनाव से पहले जिले में कार्यक्रम की योजना बनाई थी।



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