कोतमा : बढ़ती अव्यवस्थाओं और मूलभूत सुविधाओं के अभाव ने अब स्थानीय जनता का सब्र तोड़ दिया है। गोईंदा ग्राम के वार्ड क्रमांक 11 कदम टोला सहित आसपास के क्षेत्रों में सड़क, नाली, पेयजल, साफ–सफाई और आंगनबाड़ी भवन निर्माण जैसी आवश्यक सुविधाओं के अभाव में नाराज नागरिकों ने खुलकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। शिवसेना कोतमा इकाई के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने सोमवार से भालूमाड़ा मुख्य सड़क मार्ग पर धरना प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है।
वन भूमि बताकर रुके निर्माण कार्य, जनता हुई परेशान
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि वार्ड 11 में भवन, सड़क और नाली निर्माण कार्यों को वन विभाग ने यह कहकर रोक दिया कि संबंधित भूमि वन क्षेत्र में आती हैलोगों का कहना है कि वर्षों से वार्ड 11 कदम टोला में विकास कार्यों को जानबूझकर रोका जा रहा है, जिससे छात्र–छात्राओं और आम निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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आंगनबाड़ी भवन निर्माण विभागीय रस्साकशी में अटका
शिकायत में बताया गया कि आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य को आज फिर रोक दिया गया है। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मौके का निरीक्षण कर भूमि को निर्माण योग्य बताया गया था, इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। स्थानीय नागरिकों ने इसे विभागीय मनमानी और अधिकारियों की लापरवाही करार दिया।
साफ–सफाई, पेयजल लाइन, मिट्टी सड़क और फॉगिंग की मांग
शिवसेना द्वारा एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में प्रशासन की उदासीनता पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया गया।
मुख्य मांगें इस प्रकार हैं—
भालूमाड़ा–कोतमा मुख्य मार्ग के गड्ढों को भरकर नया निर्माण किया जाए।
कदम टोला वार्ड 11 में आंगनबाड़ी भवन तत्काल निर्मित कराया जाए।
अधूरी पेयजल लाइन की जांच कर भ्रष्टाचार पर कार्रवाई हो।
शराब दुकानों में अवैध वसूली पर रोक लगे और प्रिंट रेट का पालन कराया जाए।
सड़क पर पानी भरने से उत्पन्न चौखड़ एवं धूल की समस्या का समाधान कर फॉगिंग और नियमित सफाई व्यवस्था की जाए।
अटल आवास सूची में फर्जी लाभार्थियों की जांच कर वास्तविक पात्र व्यक्तियों के नाम जोड़े जाएं।
शिवसेना का स्पष्ट कहना है कि—
“जब तक सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक धरना व प्रदर्शन जारी रहेगा।”



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