जमशेदपुर के किसान राम दिनेश कुशवाहा ने साबित कर दिया है कि अगर सोच बदली जाए और खेती में नई तकनीक अपनाई जाए, तो छोटी जमीन भी बड़ी आमदनी दे सकती है. जहां कई किसान खेती को घाटे का सौदा मानने लगे हैं, वहीं राम दिनेश ने अपनी समझदारी और मेहनत से खेती को मुनाफे का जरिया बना दिया है.उनके पास मात्र 6 कट्ठा जमीन है, लेकिन इसी छोटी सी जमीन पर उन्होंने ऐसा प्रयोग किया है, जिसने आसपास के किसानों के बीच चर्चा पैदा कर दी है.
एक ही खेत में तीन फसल करते हैं तैयार
उन्होंने अपनी खेत की बनावट को इस तरह सेट किया है कि एक ही जमीन पर तीन तरह की फसलें तैयार हो रही हैं. खेत के चारों कोने में मूली, बीचों-बीच फूलगोभी, और दोनों के बीच की खाली जगह में धनिया पत्ता यह संयोजन न केवल जमीन का पूरा उपयोग करता है, बल्कि कम खर्च में मुनाफा तीन गुना तक बढ़ा देता है. राम दिनेश बताते हैं कि इन तीन फसलों का एक साथ होना उनकी रणनीति का हिस्सा था, क्योंकि मूली और धनिया जल्दी तैयार हो जाते हैं जबकि गोभी थोड़ा समय लेती है. इससे उनकी आमदनी पूरे सीजन में लगातार बनी रहती है.
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पूरी खेती में उनकी लागत मात्र ₹5000 आती है. जिसमें बीज से लेकर खाद और लेबर तक सब शामिल है. इतनी कम लागत में वह हर महीने ₹12,000 से ₹14,000 की आमदनी आराम से कमा लेते हैं. खास बात यह है कि उन्होंने खेत में मोटर पंप लगाया है, जिससे सिर्फ एक बटन दबाते ही पूरा खेत सिंचित हो जाता है. इससे पानी देने में मेहनत भी नहीं लगती और समय भी बचता है.
महानगरों से लिया प्रशिक्षण
राम दिनेश की सफलता का एक बड़ा कारण यह भी है कि उन्होंने रांची, दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों से कृषि प्रशिक्षण लिया है. इन ट्रेनिंग्स में उन्होंने सीखा कि कैसे आधुनिक तकनीक, सही फसल का चयन और स्मार्ट प्लानिंग से खेती को लाभकारी बनाया जा सकता है. इसी ज्ञान का उपयोग कर आज वह अपने गांव में मिसाल बन चुके हैं. उनका कहना है खेती में नुकसान नहीं है, कमी है तो बस समझदारी की. उनकी कहानी आज के किसानों के लिए प्रेरणा है कि अगर सही रणनीति और थोड़ी तकनीक के साथ खेती की जाए, तो कम जमीन भी बड़ी आमदनी का रास्ता खोल सकती है.



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