नई दिल्ली: महादेव आनलाइन सट्टा एप नेटवर्क पर छत्तीसगढ़ पुलिस का शिकंजा लगातार कस रहा है। दुर्ग पुलिस ने 3,000 संदिग्ध लोगों की सूची तैयार की है। इन लोगों की मोबाइल गतिविधियों, बैंकिंग लेनदेन और डिजिटल वालेट की गहन निगरानी की जा रही है, क्योंकि जांच में इनकी सट्टा कारोबार में संलिप्तता का संदेह है।
इस हाई-प्रोफाइल सूची में स्थानीय नेताओं, सरकारी अफसरों, कर्मचारियों के साथ-साथ कुछ पत्रकारों के नाम भी शामिल हैं। इस मामले में अब तक 70 एफआइआर दर्ज की गई हैं और 300 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले की जांच सीबीआइ और ईडी भी कर रही है।
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बड़े पैमाने पर हुई गिरफ्तारी
दुर्ग के एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि अपराध में शामिल किसी व्यक्ति को राजनीतिक, सामाजिक या प्रशासनिक प्रभाव के आधार पर राहत नहीं मिलेगी। आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी, संपत्ति जब्ती और आर्थिक अपराध की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि महादेव सट्टा एप केस आनलाइन सट्टेबाजी और धन शोधन रैकेट जुड़ा है। इसकी जड़ें मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से जुड़ी हैं। यह आनलाइन प्लेटफार्म है जो क्रिकेट, फुटबाल और अन्य खेलों पर सट्टा लगाने के लिए आइडी प्रदान करता है। इस एप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल हैं, जो भिलाई के निवासी हैं और दुबई से इस पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहे हैं।

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