मोहब्बत का कातिल गेम: सुनसान मैदान में कत्ल, शव जलाया.. फिर खुद बन गया फरियादी

मोहब्बत का कातिल गेम: सुनसान मैदान में कत्ल, शव जलाया.. फिर खुद बन गया फरियादी

दुर्ग : उतई थाना क्षेत्र में आठ दिसंबर की सुबह मिला एक अधजला महिला का शव जिले की सबसे बड़ी पुलिस चुनौती बन गया था। करगाड़ीह–पुरई पाउवारा नहर के पास खेल मैदान में जल चुके शव की हालत ऐसी थी कि पहचान भी संभव नहीं थी। शुरुआती सुराग कहीं नहीं मिलने पर पुलिस ने इसे ब्लाइंड मर्डर माना और छह विशेष टीमों को मौके पर लगा दिया। एसएसपी विजय अग्रवाल ने स्वयं घटनास्थल पहुंचकर जांच की कमान संभाली।

जांच आगे बढ़ी तो पहली बड़ी कड़ी सुपेला थाने में दर्ज एक गुमशुदगी रिपोर्ट के रूप में सामने आई। रिपोर्ट कराने वाला युवक था—विजय बांधे, जिसने 9 दिसंबर को उर्मिला निषाद के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। बयान और व्यवहार में असंगति देखकर पुलिस ने विजय को हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ पर वह टूट गया और हत्या का पूरा सच सामने आ गया—एक ऐसी योजना, जिसे उसने कई दिनों तक सोच-समझकर तैयार किया था।

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विजय बांधे केटरिंग का काम करता है और उर्मिला निषाद पिछले दो–तीन साल से उसके साथ काम कर रही थी। काम के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और रिश्ता प्रेम में बदल गया। लेकिन विजय पहले से शादीशुदा था और उसकी पत्नी गर्भवती थी। उर्मिला लगातार शादी के लिए दबाव डाल रही थी, जिससे विजय का घरेलू जीवन तनावग्रस्त हो गया था। पैसों को लेकर विवाद और सार्वजनिक अपमान ने विजय के भीतर आक्रोश भर दिया। इसी तनाव में उसने उर्मिला से छुटकारा पाने की ठान ली।

कहानी का सबसे खौफनाक मोड़ 7 दिसंबर की शाम सामने आया, जब विजय उर्मिला को यह कहकर घर से लेकर निकला कि उन्हें पाटन में केटरिंग के काम पर जाना है। रास्ते में दोनों ने मोमोज और चाइनीज स्नैक्स पैक करवाए और पुरई के पास सुनसान नहर किनारे मैदान पहुंचे। वहीं दोनों ने खाना खाया। बातचीत के दौरान फिर विवाद हुआ—और इसी दौरान विजय ने अपने बैग में छुपाए धारदार चापर से उर्मिला पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। कुछ ही देर में उर्मिला की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद विजय ने पहले से रखी पेट्रोल भरी बोतल शव पर उड़ेल दी और आग लगा दी। कुछ ही मिनटों में शरीर बुरी तरह जल गया और आरोपी मौके से भाग निकला।

अगले दिन उसने खुद ही सुपेला थाने में गुमशुदगी दर्ज कराकर पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की—लेकिन तकनीकी साक्ष्य, लोकेशन, उसके विरोधाभासी बयान और घटनास्थल से जुटाए गए सबूतों ने पूरी कहानी बेनकाब कर दी। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर विजय बांधे (24 वर्ष), निवासी करगाड़ीह, को गिरफ्तार कर लिया।

उतई पुलिस और जिला विशेष टीमों की त्वरित कार्रवाई ने एक बेहद जटिल हत्या केस को रिकॉर्ड समय में सुलझा लिया है। मामला अब न्यायिक प्रक्रिया में आगे बढ़ाया जा रहा है।







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