सर्दियों में बालों में डैंड्रफ की समस्या आम हो जाती है। स्कैल्प पर सफेद पपड़ी पड़ना, खुजली, जलन और बालों का रूखापन परेशानी बढ़ा देते हैं, इसके साथ ही हेयर हेल्थ भी बिगाड़ देते हैं।
मार्केट में कई एंटी-डैंड्रफ शैंपू मिलने लगे हैं, लेकिन कई लोग कैमिकल प्रोडक्ट्स से बचना चाहते हैं या फिर उन पर असर नहीं होता। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय स्कैल्प को नेचुरली फ्लेक-फ्री बनाने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं डैंड्रफ कम करने के ये आसान और असरदार तरीके बताते हैं।
टी ट्री ऑयल
स्कैल्प पर होने वाली फंगल ग्रोथ से डैंड्रफ होता है। टी ट्री ऑयल अपने एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। इसे सीधे स्कैल्प पर लगाने की जगह 2-3 बूंदें नारियल या ऑलिव ऑयल में मिलाकर लगाएं। इसे 20-30 मिनट बाद हल्के शैंपू से सिर धो लें। यह स्कैल्प की खुजली कम करता है और फ्लेक्स घटाता है। हालांकि, इसका नहीं यूज करना चाहिए नहीं तो ये स्कैल्प को ड्राई कर सकता है।
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नींबू का रस
जब स्कैल्प का pH बिगड़ता है, तब डैंड्रफ तेजी से बढ़ने लगता है। नींबू का साइट्रिक एसिड इसे बैलेंस को ठीक करत देता है। इसे ज्यादा देर तक न लगाएं, वरना जलन हो सकती है। नियमित उपयोग से सफेद फ्लेक्स कम होते हैं।
कोकोनट ऑयल
ड्राई स्कैल्प भी डैंड्रफ की एक बड़ी वजह होती है। कोकोनट ऑयल नेचुरल मॉइस्चराइजर होता है जो स्कैल्प को हाइड्रेट रखता है और फ्लेकिंग कम करता है। इसमें फैटी एसिड मौजूद होता है, जो सूजन घटाते हैं और स्कैल्प को किसी भी तरीके के नुकसान से बचाते हैं। इसे रात भर सिर में लगाकर छोड़ दें और सुबह माइल्ड शैंपू से साफ करें।
दही का मास्क
दही में प्रोबायोटिक्स मौजूद होता है, जो स्कैल्प के माइक्रोबायोम को बैलेंस करते हैं। इससे फंगल एक्टिविटी कम होती है और अच्छे बैक्टीरिया बढ़ते हैं। 2-3 चम्मच दही स्कैल्प पर लगाएं, 20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें। चाहें तो इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। यह मास्क सूखापन, जलन और फ्लेक्स कम करने में मदद करता है।

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