रायगढ़ : रायगढ़ जिले के तहसील खरसिया अंतर्गत ग्राम बकेली में किसान कृष्ण कुमार पिता मनबोध द्वारा ज़हर सेवन किए जाने की सूचना प्राप्त हुई। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक स्तर पर मामले की पड़ताल की गई, जिसमें सामने आया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना पारिवारिक विवाद के चलते उत्पन्न मानसिक तनाव का परिणाम है, न कि धान विक्रय व्यवस्था या टोकन प्रणाली में किसी प्रकार की त्रुटि के कारण।जांच में ज्ञात हुआ कि किसान कृष्ण कुमार का पंजीयन किसान कोड TF4100490100229 के अंतर्गत कुल 0.063 हेक्टेयर रकबा दर्शित है। वहीं उनकी माता श्रीमती नोनी बाई एवं बहन जानकी बाई का पंजीयन किसान कोड TF4100490100324 के तहत 0.5130 हेक्टेयर रकबा के साथ अलग–अलग दो समितियों (तुरेकेला) में दर्ज है।
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धान विक्रय के लिए टोकन कटाने के दौरान यह स्थिति सामने आई कि माता एवं बहन के आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक नहीं होने के कारण ओटीपी जनरेट नहीं हो पा रहा था।मौके पर उपस्थित बहन जानकी बाई से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि उनके द्वारा आधार से मोबाइल नंबर अपडेट करा दिया गया है तथा यह प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। इस प्रकार धान विक्रय से संबंधित टोकन प्रक्रिया में कोई स्थायी या गंभीर तकनीकी समस्या नहीं पाई गई।स्थानीय ग्रामीणों से की गई पूछताछ में यह भी जानकारी सामने आई कि किसान कृष्ण कुमार एवं उनकी बहन जानकी बाई के मध्य पूर्व से पारिवारिक विवाद की स्थिति बनी रहती थी। घटना के दिन दोनों के बीच कहासुनी हुई, जिससे किसान मानसिक रूप से अत्यधिक व्यथित हो गया और इसी तनाव में आकर उसने ज़हर सेवन जैसा कदम उठाया।
जिला प्रशासन द्वारा बतलाया हुआ गया है कि यह घटना धान खरीदी व्यवस्था, टोकन प्रणाली अथवा किसी प्रशासनिक लापरवाही से संबंधित नहीं है। मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सहयोग एवं आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है।

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