शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल बने शिक्षक हेमलाल ध्रुव, निजी खर्च से स्कूल का कायाकल्प

शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल बने शिक्षक हेमलाल ध्रुव, निजी खर्च से स्कूल का कायाकल्प

परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे शासकीय शिक्षक  हेमलाल ध्रुव आज न केवल अपने विद्यालय बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुके हैं। शिक्षा के प्रति उनकी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण को देखते हुए आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज जिला-गरियाबंद द्वारा उन्हें दिसंबर 2025 को गोंडवाना भवन, राजिम में सम्मानित किया गया।

ज्ञात हो कि हेमलाल ध्रुव को वर्ष 2023 में “शिक्षादूत सम्मान” से भी नवाजा जा चुका है। वे प्रारंभ से ही अपने कर्तव्यों के प्रति पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कार्य करते आ रहे हैं। उन्होंने 2012 से 2016 तक प्री-मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास, दुल्ला में अधीक्षक के रूप में उत्कृष्ट सेवाएं दीं। उनके कुशल प्रबंधन, अनुशासन और बच्चों की शैक्षणिक उन्नति के परिणामस्वरूप वर्ष 2016-17 में दुल्ला छात्रावास को ISO अवॉर्ड प्राप्त हुआ, जो आज भी गरियाबंद जिले के मॉडल छात्रावास के रूप में जाना जाता है।

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इसके बाद 2017 से 2023 तक उन्होंने दुल्ला संकुल में शैक्षिक समन्वयक के पद पर कार्य करते हुए शैक्षणिक गुणवत्ता को नई दिशा दी। विशेष रूप से कोरोना काल (2020-21) के दौरान, जब सभी शैक्षणिक संस्थान बंद थे, उस कठिन समय में भी उन्होंने शासन एवं शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार ऑनलाइन क्लास और मोहल्ला क्लास का सफल संचालन किया। उनके इस नवाचार से दुल्ला संकुल ने राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाई।उनके कार्यों से प्रभावित होकर तत्कालीन शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला स्वयं प्राथमिक शाला सारागांव एवं पिपराही पहुंचे और मोहल्ला क्लास का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने हेमलाल ध्रुव के शिक्षा के प्रति समर्पण और नवाचार की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

वर्तमान में  हेमलाल ध्रुव शासकीय प्राथमिक शाला, कोसमी (छुरा) में पदस्थ हैं, जहां उन्होंने एक बार फिर अपने समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने अपने निजी खर्च से शाला भवन की छत की मरम्मत, दीवारों का सुधार, बिजली फिटिंग, रंग-रोगन, प्रिंट-रिच वातावरण तथा स्मार्ट क्लास की व्यवस्था कर विद्यालय का कायाकल्प कर दिया। इससे न केवल बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिला है, बल्कि क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता भी सुदृढ़ हुई है।

शिक्षा के क्षेत्र में उनके निरंतर और उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज जिला-गरियाबंद द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि ध्रुव जैसे शिक्षक समाज और आने वाली पीढ़ी के लिए आदर्श हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सकता है।इस सम्मान समारोह में समाज के गणमान्य नागरिक, शिक्षक, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और सभी ने  हेमलाल ध्रुव के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।







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